We are the Samarians
We are the best
Dare to be always wise
Sincere and always to rise
This our motto that guide us
Through life eternally
This truth we learn in our days o youth
Gives us strength in fraternity
With glory glows the spirit of SSH
Marking all our efforts with true success
And our Alma Matar seals us a chosen band
For the glory of our land
We are the Samarians
We are the best
Dare to be always wise
Sincere and always to rise
Pride in carrying our banners of green and red
Banners that will lead us towards all our goals
Service to thy and our nations good
We all come together in godly brother hood
We are the Samarians
We are the best
Dare to be always wise
Sincere and always to rise
O Lord
Lead me day by day
Even in your own sweet way
Teach me to be pure and true
Show me what I ought to do
When in danger, make me brave
Let me know that you can save
Keep me save by your dear side
Let me in your love abide
When I’m tempted to do wrong
Make me steadfast, wise and strong
जीवन तुमनें दिया है सभाँलोगे तुम
आषा हमें है विष्वास है
हर मुष्किल से विधाता निकालोगे तुम............
1.साये में हम आप ही के पले सत्कर्म की राह पर हम चले
सारे जहाँ की भलाई करे, हम न किसी की बुराई करें
अपने गले से हमें भी लगाओगे तुम
जीवन........................
2.हर पल तुम्हारा अगर साथ है, फिर हमको डरने की क्या बात है
कठिनाइयों से न हारेंगे हम, तुमको हमेषा पुकारेंगें हम
इस दुनिया के दुखों से बचालोगे तुम
जीवन..........................
इतनी शक्ति हमें देना दाता
मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चले नेक रस्ते पे हमसे
भूलकर भी कोई भूल हो ना
दूर अज्ञान के हो अंधेरे
तू हमें ज्ञान की रोशनी दे
हर बुराई से बचते रहें हम
जितनी भी दे भली ज़िन्दगी दे
बैर हो ना किसी का किसी से
भावना मन में बदले की हो ना
हम ना सोचें हमें क्या मिला है
हम ये सोचे किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाँटे सभी को
सब का जीवन ही बन जाए मधुबन
अपनी करुणा का जल तू बहा के
कर दे पावन हर एक मन का कोना
वन्दे मातरम्। वन्दे मातरम्।
सुजलाम् सुफलाम् मलयज- शीतलाम्।
शस्य-श्यामलाम् मातरम्।
वन्दे मातरम्।
शुभ्र-ज्योज्सना-पुलकित-यामिनीम्।
फुल्लकुसुमित-द्रुमदल- शोभिनीम्।।
सुहासिनीम् सुमधुर- भाषिणीम्।।
सुखदाम् वरदाम् मातरम्।।
वन्दे मातरम। वन्दे मातरम।।
जन-गण-मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य-विधाता,
पंजाब-सिन्धु-गुजरात-मरठा-
द्राविधू-उत्कल-बन्ग
विन्ध्य-हिमाचल-यमुना-गन्गा
उच्छल-जलधि-तरंग
तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मांगे,
गाहे तव जय-गाथा
जन-गण-मन-मंगलदायक जय हे
भारत-भाग्य-विधता
जय हे, जय हे, जय हे,
जय जय जय जय हे